राजनीति – We News https://wenews.co.in Hindi News, Lifestyle & Entertainment Articles Sat, 07 Jun 2025 16:55:27 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.1 गांधी परिवार ने पाकिस्तान को खून और पानी पिलाया https://wenews.co.in/NewsArticle/147405/ Sat, 07 Jun 2025 16:55:27 +0000 https://akhandbharatnews.in/NewsArticle/147405/

गांधी परिवार की कार्यशैली पाकिस्तान को लाभ पहुंचाने वाली होने का आरोप लगाकर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। कहा, पाकिस्तान के साथ हुआ सिंधु जल समझौता (आइडब्ल्यूटी) इसका स्पष्ट उदाहरण है। इस समझौते के तहत भारत के हितों को चोट पहुंचाते हुए पाकिस्तान को आर्थिक और जल संबंधी लाभ दिए गए।

दुबे ने की ये बात
एक्स पर पोस्ट अपने बयान में दुबे ने कहा, समझौते का प्रपत्र पढ़ने पर पता चलता है कि गांधी परिवार ने पाकिस्तान रूपी सांप को आजादी के बाद 77 साल तक देश का पानी और खून पिलाया, जबकि बदले में उसने भारतीयों की जान ली।

समझौते के तहत तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने भारत का 80 प्रतिशत पानी पाकिस्तान दिया, साथ ही पाकिस्तान को बांध और नहरें बनाने के लिए सैकड़ों करोड़ रुपये की धनराशि भी दी। यह धनराशि वर्तमान मूल्य के अनुसार करीब 14 हजार करोड़ रुपये के बराबर थी।

गांधी परिवार की नीतियों के चलते सहना पड़ा बहुत कुछ
इसके बदले में भारत को दशकों से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद झेलना पड़ रहा है। यह सब गांधी परिवार की पाकिस्तान परस्त नीतियों के चलते हुआ, क्योंकि कांग्रेस और उसके द्वारा समर्थित सरकारों ने इस समझौते पर पुनर्विचार की कभी जरूरत ही नहीं समझी।

1960 में हुआ सिंधु जल समझौता
सिंधु, झेलम और चेनाब नदियों का पानी पाकिस्तान को देने के लिए हुआ था। 22 अप्रैल को पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद मोदी सरकार ने इस समझौते को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित करने का फैसला किया।

इसके बाद समझौते का मसौदा पढ़ने पर उसमें भारत के साथ हुए अन्याय की जानकारी मिली।

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Indian Air Force : सहारनपुर में वायुसेना के हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग https://wenews.co.in/NewsArticle/147407/ Sat, 07 Jun 2025 16:55:27 +0000 https://akhandbharatnews.in/NewsArticle/147407/

वायुसेना अपाचे हेलीकॉप्टर की यहां पर आज शाम को इमरजेंसी लैंडिंग से खलबली मच गई। इसमें सवार दोनों पायलट सुरक्षित हैं। सरसावा एयर फोर्स स्टेशन से तकनीकी टीम के आने तक पुलिस फोर्स मुस्तैद कर दी गई थी।

सहारनपुर के थाना चिलकाना क्षेत्र के गांव जोधेबांस में यमुना नदी के टापू पर शाम को वायुसेना के अपाचे हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई है। हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी के कारण इसे यमुना नदी में टापू पर उतारा गया।

इस बारे में जानकारी करने का प्रयास किया गया तो बताया गया तो किसी ने प्रतिक्रिया नहीं दी। हेलीकॉप्टर में दो पायलट सवार थे। दोनों पायलटों ने अपना नाम बताने से इनकार कर दिया, इतना ही नहीं नेम प्लेट भी छुपा ली थी।

उन्होंने बताया कि हेलीकॉप्टर सरसावा एयर फोर्स स्टेशन से हथनीकुंड बैराज तक नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था। हेलीकॉप्टर के यमुना नदी के टापू पर इमरजेंसी लैंडिंग की सूचना मिलने पर चिलकाना पुलिस तथा सहायक पुलिस अधीक्षक फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे ।

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कौन होगा BJP का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष ? इन तीन नामों को लेकर चर्चा तेज https://wenews.co.in/NewsArticle/147409/ Sat, 07 Jun 2025 16:55:27 +0000 https://akhandbharatnews.in/NewsArticle/147409/

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) संगठनात्मक मामलों, खास तौर पर अपने अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति पर ध्यान केंद्रित कर सकती है। हालांकि पार्टी ने अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि आंतरिक विचार-विमर्श चल रहा है और औपचारिक प्रक्रिया जून के मध्य तक शुरू हो सकती है। भाजपा ने अधिकांश राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे कर लिए हैं, जो अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले पार्टी संविधान के तहत एक आवश्यक पूर्व शर्त है।

सूत्रों का कहना है कि आंतरिक विचार-विमर्श चल रहा है और औपचारिक प्रक्रिया जून के मध्य तक शुरू हो सकती है। भाजपा ने अधिकांश राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे कर लिए हैं, जो अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले पार्टी संविधान के तहत एक आवश्यक पूर्व शर्त है।

उत्तर प्रदेश में 70 जिला अध्यक्षों की हाल ही में हुई घोषणा ने इस अटकल को और हवा दे दी है कि केंद्रीय नेतृत्व जल्द ही भाजपा अध्यक्ष पद पर फैसला ले सकता है। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर इस प्रक्रिया में कुछ देरी हुई है। पार्टी सूत्रों ने कथित तौर पर संकेत दिया है कि राष्ट्रीय स्तर पर नियुक्ति से पहले, भाजपा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड सहित प्रमुख राज्यों में नए राज्य इकाई अध्यक्षों को अंतिम रूप दे सकती है।

मध्य प्रदेश में मौजूदा नेतृत्व संरचना में एक ओबीसी मुख्यमंत्री और एक ब्राह्मण राज्य अध्यक्ष है – एक संतुलन जो अब तक पार्टी के लिए काम कर रहा है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि पार्टी अब राज्य प्रमुख के रूप में एक आदिवासी नेता को नियुक्त करने पर विचार कर रही है, क्योंकि वर्तमान राज्य और राष्ट्रीय नेतृत्व में आदिवासी प्रतिनिधित्व अपेक्षाकृत कम है। उत्तराखंड में, एक ब्राह्मण नेता को राज्य अध्यक्ष पद के लिए सबसे आगे बताया जा रहा है, हालांकि कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

चर्चा में ये तीन नाम

ओडिशा के एक प्रमुख ओबीसी नेता, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, जो अपनी संगठनात्मक कुशलता और केंद्रीय नेतृत्व से निकटता के लिए जाने जाते हैं, पार्टी के अध्यक्ष पद की दौड़ में प्रमुख दिग्गजों में से एक हैं। शिवराज सिंह चौहान एक और शीर्ष दावेदार के रूप में उभरे हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और अब केंद्रीय मंत्री, जमीनी स्तर के अनुभव वाले एक जन नेता के रूप में देखे जाते हैं। मनोहर लाल खट्टर, जो हाल ही में हरियाणा के मुख्यमंत्री की भूमिका से केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं, निरंतरता और प्रशासनिक अनुभव का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं; इसलिए, उन्हें उन तीन बड़े नामों में से एक माना जा रहा है, जिनमें से भाजपा चुन सकती है।

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विदेशी सरजमीं से खुर्शीद का मैसेज; Article 370 के बयान पर क्यों घमासान? https://wenews.co.in/NewsArticle/147312/ Tue, 03 Jun 2025 08:38:00 +0000 https://amarrashtra.com/?p=147312 कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने सोमवार को ऑल पार्टी डेलिगेशन के दौरे के बाद देश में भीतर मचे राजनीतिक उथल-पुथल को लेकर चिंता जाहिर की है।

उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “जब हम आतंकवाद के खिलाफ एक मिशन पर हैं, ताकि दुनिया में आतंकवाद की पोल खोली जा सके। तब ये बात काफी तकलीफ देती है देश में बैठे लोग हमारी सियासी वफादारी का गुना-गणित कर रहे हैं। क्या देशभक्त होना इतना मुश्किल है?”

कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने पर दिया था बयान
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने विदेश दौरे के बीच कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के पक्ष में बयान दिया था, इसके बाद सियासी बयानबाजी की शुरूआत हो गई थी। उन्होंने कहा इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में कहा था, “जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद समृद्धि आई है। इसके साथ ही लोकतांत्रिक प्रगति भी हुई है.”

अनुच्छेद 370 हटने के बाद से ये धारणा भी खत्म हो गई कि जम्मू कश्मीर भारत के दूसरे हिस्सों से अलग है। अब यहां एक लोकतांत्रिक सरकार है। लोगों ने यहां मतदान में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। इसके बाद यहां विकास भी हुआ है, लेकिन कुछ लोग जम्मू कश्मीर को पुराने दौर में ले जाना चाहते हैं, लेकिन हम इसे फिर से ऐसा नहीं होने देंगे।
सलमान खुर्शीद, कांग्रेस नेता

हम होंगे कामयाब’
बता दें कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने रविवार को आतंकवाद के खिलाफ भारत के इकट्ठे प्रयास और आतंकवाद से निपटने के लिए सामूहिक वैश्विक प्रतिक्रिया की दरकार को सबके सामने रखा है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद पर नकेल कस कर दुनिया भर में शांति और समृद्धि को बढ़ावा मिले।

उन्होंने कहा, “भारत एक स्वर से कह रहा है, ‘आतंकवाद अब और नहीं।’… हम दुनिया को शांतिपूर्ण और समृद्ध बनाने के लिए आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक आवाज की उम्मीद करते हैं… हम भरोसे के साथ कह सकते हैं, ‘हम होंगे कामयाब’

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‘लड़की बहिन योजना’ में लगे गड़बड़ी आरोप पर क्या बोले डिप्टी सीएम अजीत पवार? https://wenews.co.in/NewsArticle/147309/ Tue, 03 Jun 2025 08:35:20 +0000 https://amarrashtra.com/?p=147309 महाराष्ट्र सरकार की लड़की बहिन योजना में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। योजना के तहत प्राप्त आवेदनों का सत्यापन किए बिना लाभार्थियों को धन देने के कारण मामला जांच के घेरे में है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने भी स्वीकार किया है कि योजना में चूक हुई है।

अजीत पवार के इस बयान पर शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने पवार के इस्तीफे की मांग करते हुए उन पर चुनावी लाभ हासिल करने के लिए सार्वजनिक धन के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। अजीत पवार ने कहा कि जब यह योजना लागू की गई थी, तब हमारे पास ज्यादा समय नहीं था। चुनाव की घोषणा हो गई थी, जिससे पात्रता की गहन जांच नहीं हो सकी।

जानिए क्या बोले अजीत पवार
उन्होंने कहा कि हमने पहले ही अपील की थी कि जरूरतमंद ही इसका लाभ लें। उन्होंने कहा कि अब जो पैसे दिए गए हैं। वो वापस नहीं लिए जा सकते, लेकिन इस पर उपाय जरूर निकाला जाएगा। लड़की बहिन योजना के लिए मानदंडमहाराष्ट्र सरकार ने अगस्त 2024 में लड़की बहिन योजना शुरू की थी। इसमें 21 से 65 वर्ष आयु की महिलाएं पात्र हैं।

ये महिलाएं इस योजना के लिए अपात्र
सरकार ने इस योजना के लिए सालाना आय की सीमा 2.5 लाख रुपये तय की थी, लेकिन जांच में 2,200 से अधिक सरकारी कर्मचारी भी लाभार्थी मिले हैं।

हालांकि, जिनके परिवार का कोई सदस्य आयकरदाता, स्थायी सरकारी कर्मचारी या पेंशनभोगी है या जो अन्य सरकारी वित्तीय योजनाओं से लाभ प्राप्त कर रहे हैं, वे अपात्र हैं। इसके अतिरिक्त, जिन परिवारों के पास ट्रैक्टर को छोड़कर चार पहिया वाहन है, उस घर की महिलाएं इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं।

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सुवेंदु अधिकारी पर बड़ा दांव लगाने जा रही भाजपा! इशारों ही इशारों में अमित शाह ने दिया बड़ा संकेत https://wenews.co.in/NewsArticle/147252/ Mon, 02 Jun 2025 09:42:52 +0000 https://amarrashtra.com/?p=147252 राजनीति में कई नेता इशारों ही इशारों में बड़ी बातें कह जाते हैं, जिसका मतलब कई बार बहुत बाद में समझ में आता है। अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बंगाल दौरे के दो दिन बाद ही कोलकाता पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री व भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह रविवार को नेताजी इंडोर स्टेडियम में आयोजित पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन से इशारों में एक बड़ा संकेत दे गए।

इस सम्मेलन का नाम ‘विजय संकल्प कार्यकर्ता सम्मेलन रखा गया था, जिसमें प्रदेश भाजपा के सभी शीर्ष नेताओं से लेकर राज्य में पार्टी के सभी सांसद, विधायकों, जिलाध्यक्षों सहित 1,300 से अधिक मंडल अध्यक्ष मौजूद थे।

सुवेंदु अधिकारी को बताया प्रिय मित्र
अपने संबोधन की शुरुआत में ही जिस तरह से शाह ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी को अपना प्रिय मित्र बताते हुए उनके विधानसभा में खड़े होते ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भागने की बात कही यह एक बड़ा संकेत माना जा रहा है।

इसके बाद अब प्रश्न उठने लगे हैं कि क्या आगामी वर्ष की शुरुआत में राज्य में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में सुवेंदु को मुख्यमंत्री चेहरा घोषित कर भाजपा मैदान में उतरने जा रही है? या फिर क्या सुवेंदु बंगाल भाजपा के अगले प्रदेश अध्यक्ष बनने जा रहे हैं?

2021 चुनाव से पहले हुए थे शामिल
मालूम हो कि 2021 के बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले शाह ने ही सुवेंदु को भाजपा में शामिल कराया था। एक समय ममता के बेहद करीबी और बहुचर्चित नंदीग्राम व सिंगुर आंदोलन में उनके साथ रहने वाले सुवेंदु ने मंत्री व विधायक पद से इस्तीफा देकर दिसंबर, 2020 में शाह की मौजूदगी में अपने गृह जिले पूर्व मेदिनीपुर में आयोजित सभा में भाजपा का दामन थाम लिया था। दोनों के बीच संबंध भी काफी अच्छे हैं।

भाजपा में शामिल होने के बाद 2021 के विधानसभा चुनाव में अपनी परंपरागत नंदीग्राम सीट से सुवेंदु ने तृणमूल सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जैसी कद्दावर नेता को हराकर रातों-रातों और सुर्खियों में आ गए थे। इस जीत के बाद भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व का भरोसा उनके प्रति और बढ़ गया।

बंगाल में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव भी शेष
कार्यकर्ता सम्मेलन के मंच पर वैसे तो कई प्रमुख नेता, सांसद व विधायक मौजूद थे लेकिन शाह ने जिस तरह से सुवेंदु को अपना प्रिय मित्र कहते हुए संबोधित किया यह बहुत कुछ बता रहा है। आगामी कुछ दिनों में बंगाल में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव भी होना है। सुवेंदु लगातार सक्रिय है और इस समय बंगाल भाजपा के प्रमुख चेहरा हैं। हालांकि, सांगठनिक स्तर पर पुराने भाजपाई और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारी व सदस्य सुवेंदु को स्वीकार करते हैं या नहीं यह भी एक प्रश्न है।

बताते चलें कि अधिकारी परिवार का पूर्व मेदिनीपुर सहित आसपास के कई जिलों में खासा प्रभाव है। पिछले साल लोकसभा चुनाव में भाजपा राज्य में उम्मीद के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर सकी और 2019 चुनाव के मुकाबले उसकी सीटों की संख्या भी 18 से घटकर 12 हो गई। हालांकि तृणमूल के पूरा जोर लगाने के बावजूद सुवेंदु के गृह जिले पूर्व मेदिनीपुर की दोनों लोकसभा सीटों कांथी व तमलुक में भाजपा जीतने में कामयाब रही।

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संघ के मंच पर दिखेंगे इंदिरा गांधी के पूर्व मंत्री, RSS ने बनाया चीफ गेस्ट https://wenews.co.in/NewsArticle/147249/ Mon, 02 Jun 2025 09:33:13 +0000 https://amarrashtra.com/?p=147249 पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक 83 वर्षीय अरविंद नेताम ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) और जनजातीय समाज के बीच संवाद की आवश्यकता पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि आरएसएस देश का सबसे बड़ा वैचारिक संगठन है, जिसका उद्देश्य धर्म, संस्कृति और समाज का संरक्षण कर राष्ट्र की सर्वांगीण उन्नति करना है।

दरअसल, रविवार को पत्रकार वार्ता में नेताम ने बताया कि आरएसएस जनजातीय समाज के कल्याण के लिए वनवासी कल्याण आश्रम जैसे प्रकल्प चला रहा है, लेकिन दोनों के बीच कई विषयों पर वैचारिक मतभेद हैं। जनजातीय समाज की भलाई के लिए विचारों का आदान-प्रदान आवश्यक है।

पहली बार कांग्रेस के टिकट पर बने थे सांसद
नेताम, जो 1971 में कांग्रेस के टिकट पर कांकेर से पहली बार लोकसभा सदस्य बने थे, ने इंदिरा गांधी और नरसिम्हाराव की सरकार में मंत्री पद भी संभाला। 1998 में कांग्रेस छोड़कर उन्होंने बसपा, एनसीपी और भाजपा का दामन भी थाम लिया था। उन्होंने कहा कि उन्हें पांच जून को नागपुर में आरएसएस के कार्यकर्ता विकास वर्ग-द्वितीय वर्ग समापन समारोह में प्रमुख अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।

आरएसएस के मंच पर दिखेंगे पूर्व कांग्रेस नेता
उन्होंने स्पष्ट किया कि वह दो वर्ष पूर्व कांग्रेस से अलग हो चुके हैं और अब जनजातीय समाज के कार्यों में संलग्न हैं। नेताम ने कहा कि वह संघ के कार्यक्रम में सामाजिक विषयों पर अपनी बात रखेंगे। उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से जनजातीय समाज की मांगों और समस्याओं पर चर्चा करने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि आर्थिक उदारीकरण जनजातीय समाज के लिए हानिकारक साबित हुआ है।

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‘मैं जब भारत वापस जाऊंगा तो…’ कांग्रेस नेताओं की आलोचना पर शशि थरूर की दो टूक! https://wenews.co.in/NewsArticle/147182/ Sun, 01 Jun 2025 11:07:21 +0000 https://amarrashtra.com/?p=147182 कांग्रेस सांसद शशि थरूर ऑपरेशन सिंदूर के तहत विदेशों में भारत का पक्ष रख रहे हैं जिसपर कांग्रेस के कुछ नेता सवाल उठा रहे हैं। उदित राज ने थरूर को भाजपा में शामिल होने तक की सलाह दे डाली है जबकि पवन खेड़ा ने उनकी पहले की आलोचनाओं को याद दिलाया।

कांग्रेस सांसद शशि थरूर लगातार विदेशों में जाकर पाकिस्तान को बेनकाब कर रहे हैं। । सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल अलग-अलग देशों में जाकर ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और आतंकवाद को लेकर भारत के पक्ष को रख रहे हैं। इस प्रतिनिधिमंडल का शशि थरूर भी हिस्सा हैं। हालांकि, पवन खेड़ा और उदित रात सरीखे नेताओं को ये बात चुभ रही है कि शशि थरूर, भारत सरकार का पक्ष दुनिया के सामने रख रहे हैं।

कांग्रेस नेताओं द्वारा की गई आलोचनाओं के लेकर जब शशि थरूर से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि यह समय है कि हम अपने मिशन पर ध्यान केंद्रित करें। निस्संदेह, एक संपन्न लोकतंत्र में टिप्पणियां और आलोचनाएं होना लाजिमी है, लेकिन मुझे लगता है कि इस समय हम उन पर ध्यान नहीं दे सकते। जब हम भारत वापस आएंगे, तो निस्संदेह हमारे पास अपने सहयोगियों, आलोचकों, मीडिया से बात करने का मौका होगा। लेकिन अभी हम उन देशों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जहां हम जा रहे हैं और यहां के लोगों तक संदेश पहुंचा रहे हैं।”

कांग्रेस नेताओं ने शशि थरूर को लेकर क्या कहा?
बता दें कि दिल्ली कांग्रेस के नेता उदित राज ने तो पीएम मोदी से यह मांग कर दी कि शशि थरूर को अपनी पार्टी का प्रवक्ता या फिर अपनी सरकार में विदेश मंत्री बना लें। उदित राज ने आरोप लगाया था कि शशि थरूर को कांग्रेस ने सब कुछ दिया, लेकिन उन्होंने पार्टी के स्वर्णिम इतिहास को अपने बयान से बर्बाद कर दिया।

वहीं, पवन खेड़ा ने शशि थरूर पर हमला करते हुए कहा था कि वह अपनी किताब में सर्जिकल स्ट्राइक की आलोचना भी कर चुके हैं और अब उसी की तारीफ कर रहे हैं. यहां पवन खेड़ा ‘द पैराडॉक्सिकल प्राइम मिनिस्टर’ किताब का जिक्र कर रहे थे।

भाजपा कर रही शशि थरूर की तारीफ
एक तरफ जहां कांग्रेस नेता शशि थरूर की आलोचना कर रहे हैं, वहीं, भाजपा नेताओं ने उनका बचाव किया है। भाजपा नेता संजय निरुपम ने कहा, “यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत बड़ा पवित्र काम हो रहा है। विरोधी होने के बावजूद अगर ऐसा काम शशि थरूर को सौंपा गया तो इसपर कांग्रेस को खुश होना चाहिए और बीजेपी को धन्यवाद देना चाहिए कि उन्होंने प्रतिभा को पहचाना। हालांकि, जिस तरह से कांग्रेस के लोग शशि थरूर को बदनाम करने में लगे हैं, इससे पता चलता है कि कांग्रेस के अंदर पनप रही कुंठा अब बाहर आ रही है।”

जब शशि थरूर को डेलिगेशन का हिस्सा बनाया गया था तो उस दौरान ही कांग्रेस ने आपत्ति जाहिर की थी। कांग्रेस ने कहा था कि पार्टी की तरफ से केंद्र सरकार को उनका नाम प्रस्तावित ही नहीं किया गया था।

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‘जब सनातन धर्म का मजाक उड़ाया जाता है तो…’, शर्मिष्ठा को मिला पवन कल्याण का समर्थन https://wenews.co.in/NewsArticle/147179/ Sun, 01 Jun 2025 11:06:05 +0000 https://amarrashtra.com/?p=147179 पश्चिम बंगाल पुलिस ने ऑपरेशन सिंदूर पर सोशल मीडिया पोस्ट के चलते शर्मिष्ठा पनोली (Sharmishtha Panoli) को गिरफ्तार किया जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुईं। पवन कल्याण ने शर्मिष्ठा के बचाव में टीएमसी पर निशाना साधा और सवाल उठाया कि सनातन धर्म का मजाक उड़ाने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं होती। शुभेंदु अधिकारी ने भी टीएमसी पर वोट बैंक की राजनीति का आरोप लगाया।

पश्चिम बंगाल पुलिस ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के मुद्दे पर एक समुदाय विशेष की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली सोशल मीडिया पोस्ट के आरोप में 22 साल की इंस्टाग्राम इंफ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली (Sharmistha Panoli) को गिरफ्तार कर लिया है।

कोलकाता के गार्डनरीच थाने की पुलिस ने उन्हें गुरुग्राम से गिरफ्तार किया है। शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी को लेकर सियासी बयानबाजी भी खूब हो रही है।

इसी कड़ी में शर्मिष्ठा पनोली के बचाव के लिए आंध्र प्रदेश में उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण मैदान में उतर गए हैं। उन्होंने शर्मिष्ठा के खिलाफ कार्रवाई को टीएमसी पर निशाना साधा। उन्होंने एक्स हैंडल पर लिखा, “ऑपरेशन सिंदूर को लेकर लॉ की छात्रा शर्मिष्ठा ने अपनी बात रखी। कुछ लोगों को उनके शब्द आपत्तिजनक लगे। उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की और वीडियो डिलीट कर माफी मांग ली। पश्चिम बंगाल पुलिस ने शर्मिष्ठा के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तुरंत कार्रवाई की।”

जो लोग सनातन धर्म का मजाक उड़ाते हैं उनका क्या: पवन कल्याण
उन्होंने सवाल पूछा, “जब टीएमसी के चुने हुए नेता, सांसद सनातन धर्म का मजाक उड़ाते हैं तो लाखों लोगों को बहुत दुख होता है, उसका क्या?”

पवन कल्याण ने आगे कहा, “जब हमारे धर्म को गंध धर्म कहा जाता है तो गुस्सा कहां है? उन नेताओं की माफी कहां है? तुरंत उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई?”

उन्होंने कहा, “धर्मनिरपेक्षता कुछ लोगों के लिए ढाल और दूसरों के लिए तलवार नहीं है। पश्चिम बंगाल पुलिस आपको पूरा देश देख रहा है। सभी के लिए न्यायपूर्ण कार्य करें। मैं शर्मिष्ठा के साथ खड़ा हूं।”

शुभेंदु अधिकारी ने भी टीएमसी पर साधा निशाना
पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने भी शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी को लेकर टीएमसी पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस ने एक खास वोट बैंक को खुश करने के लिए ये कार्रवाई की है, जबकि उन्होंने अपने ही नेताओं के खिलाफ ऐसी कोई कार्रवाई अब तक नहीं की।

नीदरलैंड के सदस्य ने किया शर्मिष्ठा का बचाव
इतना ही नहीं, शर्मिष्ठा के बचाव में डच संसद (नीदरलैंड) के सदस्य और दक्षिणपंथी पार्टी फॉर फ्रीडम के नेता गीर्ट वाइल्डर्स भी उतरे। गीर्ट वाइल्डर्स ने शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अपमान बताया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि वह सुनिश्चित करें कि शर्मिष्ठा को रिहा किया जाए।

वाइल्डर्स ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “बहादुर शर्मिष्ठा पनोली को रिहा करो! यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए अपमान की बात है कि उसे गिरफ्तार किया गया। पाकिस्तान और मुहम्मद के बारे में सच बोलने के लिए उसे दंडित न करें। पीएम मोदी उसकी मदद करें।” पोस्ट के साथ फोटो में लिखा था, “सभी की निगाहें शर्मिष्ठा पर हैं।”

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इस महीने तीन बड़ी बैठकों की तैयारी में जुटी प्रदेश सरकार, फिर दिल्ली जाएंगे मुख्यमंत्री धामी https://wenews.co.in/NewsArticle/146450/ Fri, 16 May 2025 06:41:06 +0000 https://amarrashtra.com/?p=146450 प्रदेश सरकार के लिए इस महीने का तीसरा हफ्ता महत्वपूर्ण बैठकों के लिहाज से खासा व्यस्तता भरा होने वाला है। इस हफ्ते 16वें वित्त आयोग की टीम उत्तराखंड पहुंचेगी तो वन नेशन वन इलेक्शन पर सुझाव लेने के लिए संयुक्त संसदीय समिति भी आएगी।

देहरादून में बैठकों के दौर खत्म होंगे तो सीएम पुष्कर सिंह धामी नीति आयोग की अहम बैठक में शामिल होने के लिए नई दिल्ली जाएंगे। प्रदेश सरकार इन सभी बैठकों की तैयारी में जुटी है। अगले पांच वर्षों के लिए राज्यों को मिलने वाले अनुदान और करों में हिस्सेदारी के निर्धारण के लिए अहम 16वें वित्त आयोग की टीम 18 मई को देहरादून आएगी।

इस दिन मुख्यमंत्री टीम को रात्रिभोज देंगे। अगले दिन 19 मई को आयोग की टीम देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में राज्य सरकार के उच्चाधिकारियों के साथ विचार-विमर्श करेगी। राज्य सरकार की ओर से आयोग के समक्ष प्रस्तुतिकरण दिया जाएगा।

पत्रकार वार्ता करेगी और शहरी स्थानीय निकायों व त्रिस्तरीय पंचायतों के प्रतिनिधियों के भी सुझाव लेगी। 20 मई को आयोग की टीम प्रदेश का दौरा करेगी। आयोग के टीम के समक्ष राज्य का पक्ष रखने के लिए वित्त विभाग के अधिकारियों की बैठकें हो रही हैं।

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