देश-विदेश

ट्रंप लंबे समय के लिए खत्म कर सकते हैं शरण देने की प्रणाली

बीते दिनों अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस के पास हुए हमले के बाद ट्रंप प्रशासन ने जांच नियमों और सुरक्षा प्रक्रियाओं को और सख्त करने का फैसला किया है। इसके तहत अब ट्रंप की प्रशासन ने अमेरिका में आव्रजन (इमिग्रेशन) नीतियों को और कड़ा करने की तैयारी कर रहा है। इसी बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रशासन के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि वे शरण देने की प्रक्रिया को लंबे समय के लिए रोकना चाहते हैं।

एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने दावा किया कि कई ऐसे लोग देश में आ रहे हैं जिन्हें अमेरिका में नहीं होना चाहिए। ट्रंप ने हाल ही में व्हाइट हाउस के पास गोलीबारी करने वाले अफगान नागरिक का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे लोग देश के लिए खतरा हैं। उन्होंने कहा कि हम ऐसे लोगों को अमेरिका नहीं चाहते। इनमें से कई लोग ऐसे हैं जो अच्छे नहीं है। हमारे पास पहले से ही काफी समस्याएं हैं।

व्हाइट हाउस के पास हमला
बता दें कि यह कदम उस अफगान प्रवासी की गिरफ्तारी के बाद आया है जिस पर व्हाइट हाउस के पास एक नेशनल गार्ड सदस्य की हत्या का आरोप है। बुधवार को हुए हमले में स्पेशलिस्ट सारा बेकस्ट्रॉम की मौत हो गई, जबकि स्टाफ सार्जेंट एंड्रयू वोल्फ गंभीर रूप से घायल हैं। इस घटना के बाद ट्रंप प्रशासन ने जांच नियमों और सुरक्षा प्रक्रियाओं को और सख्त करने का फैसला किया है।

सोमालिया जैसे देशों पर साधा निशाना
ट्रंप ने सोमालिया जैसे देशों पर तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि ये ऐसे देश हैं जहां न सरकार है, न सेना, न पुलिस। लोग एक-दूसरे को मारते रहते हैं और फिर हमारे देश आकर बताते हैं कि हमें कैसे चलाना चाहिए। हमें इनकी जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि 19 से ज्यादा देशों पर कड़े प्रतिबंध लग सकते हैं, क्योंकि वे अपराध से भरे हुए हैं।

नेशनल गार्ड पर हमले का जिक्र
इस दौरान ट्रंप ने व्हाइट हाउस के पास हुए हमले में घायल दो नेशनल गार्ड सैनिकों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि एंड्रयू वोल्फ अपनी जान बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जबकि दूसरी सैनिक सारा बेकस्ट्रॉम की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि हमले के आरोपी अफगान नागरिक रहमनुल्लाह लाकनवाल पर योजना बनाकर और जानबूझकर की गई हत्या का मामला दर्ज किया गया है।

पूर्व राष्ट्रपति बाइडन पर भी बोला बड़ा हमला
इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस पर भी गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उन्होंने बिना जांच-पड़ताल के लोगों को देश में आने दिया, जिससे आज यह स्थिति बनी। ट्रंप ने यह भी कहा कि होमलैंड सिक्योरिटी विभाग (डीएचएस) ने भी कहा कि बाइडन प्रशासन ने देश के खिलाफ आत्म-नुकसान करने जैसा काम किया। गौरतलब है कि लाकनवाल 2021 में ऑपरेशन एलाइज वेलकम के तहत अमेरिका आया था, जब अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के दौरान कई नागरिकों को अमेरिका लाया गया था।

Related Articles

Back to top button