पर्यटन

आम होटल्स से कैसे अलग होते हैं पॉड या कैप्सूल होटल

जिन लोगों को सोलो ट्रैवलिंग करना और खुद में रहना पसंद है उनके लिए कैप्सूल या फिर पॉड होटल्स काफी अच्छा विकल्प हो सकता है। इससे ट्रैवलिंग बड़े होटल में रुकने के मुकाबले सस्ती हो सकती है। भारत में भी ये होटल उपलब्ध हैं खासकर एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन के पास।

जापान में कैप्सूल होटल का कॉन्सेप्ट उन लोगों के लिए शुरू किया गया था जो किसी वजह से अपनी आखिरी ट्रेन छोड़ देते थे और रात में घर नहीं पहुंच पाते थे। वहां से शुरू हुआ यह कॉन्सेप्ट अब सोलो ट्रैवलर्स के लिए एक आरामदायक और कूल ऑप्शन बन गया है। भारत के भी कई शहरों में इस तरह के होटल्स की सुविधा ट्रैवलर्स के लिए मौजूद है, खासकर एयरपोर्ट्स या फिर रेलवे स्टेशन के आस-पास। आइए जानते हैं आखिर ये होटल्स कैसे होते हैं और उनमें क्या खास है और क्या नहीं।

क्या होते हैं कैप्सूल या पॉड होटल
यह एक बेड-साइज का रूम होता है, जिसमें सिर्फ एक ही व्यक्ति रह सकता है। इसे आप कुछ घंटों के लिए यह ओवरनाइट स्टे के लिए भी बुक कर सकते हैं। यह एक हॉस्टल की तरह होता है, जिसमें एक रूम की जगह बेड किराये पर मिलता है, लेकिन हॉस्टल से ज्यादा प्राइवेसी इन होटल्स में मिलती है।

पॉड होटल्स के ये हैं फायदे
इसमें सोलो ट्रैवलर्स के लिए बेसिक सुविधाएं होती हैं। साथ ही उन्हें चेक आउट के दौरान घंटों के हिसाब–किताब का दबाव नहीं होता है।
ऐसे होटल्स की लोकेशन हमेशा ही उन जगहों पर होती है जहां से आप आसानी से कहीं के लिए भी बस, टैक्सी, ट्रेन या फिर फ्लाइट ले सकते हैं।
सफर के दौरान थक गए हैं तो आप कुछ घंटों के लिए यहां सुस्ता सकते हैं और तरोताजा होकर अपना सफर फिर से शुरू कर सकते हैं।
किसी औसत हॉस्टल रूम की तुलना में कैप्सूल होटल थोड़े महंगे होते हैं, लेकिन किसी आम होटल से सस्ते।
यहां आपका अपना स्पेस और सुविधाएं होती हैं, जैसे वाई-फाई, पर्सनल लॉकर।
आम होटलों की तरह ज्यादातर पॉड होटल्स में एक्स्ट्रा कुछ घंटों के पैसे नहीं लिए जाते।

कुछ मुश्किलें भी हैं
जिन लोगों को बंद जगहों में घुटन होती है या क्लॉस्ट्रोफोबिक लोगों के लिए कैप्सूल या पॉड होटल्स सही ऑप्शन नहीं है।
पॉड होटल में शोर ज्यादा होता है, क्योंकि दो पॉड के बीच साउंड इंसुलेशन बहुत नहीं होता। इससे आपको थोड़ी मुश्किल हो सकती है।
आम होटलों की तरह यहां कॉमन एरिया या ओपन स्पेस कम होता है और बाथरूम भी शेयर करना पड़ता है।
सोलो ट्रैवलर्स के लिए यह सस्ता ऑप्शन है लेकिन परिवार के साथ रुकना बजट फ्रेंडली नहीं होगा।

Related Articles

Back to top button